बिल्कुल सही लिखा है! मैं आपकी बातों से पूरी तरह सहमत हूँ! सार्थक लेख ! मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है- http://seawave-babli.blogspot.com/ http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
aapka chintan rajendra awasthi ke 'kaal chintan' ki yaad dilata hai. chintan kisi ka bhi ho kaal ki sehat ke liye pathya hi hai. bahut achchhe lagte hain aapke vichaar.
राजनेता तो इस किसी न किसी तरह की साजिशों में लिप्त रहेंगे जरूरत है हमे उनके वह्कावे में ना आने की. आपका सार्थक प्रयास जनता को जागरूक बनाये रखने के लिए सराहनीय है. अभिनन्दन.
मित्रता दिवस की आपको भी शुभकामनायें। सम्पूर्ण जनता को राजनीतिक रूप से जाग्रत करने की आवश्यकता है। जनता का राजनीतिक रूप से पिछड़ापन ही सब समस्याओं की जड़ है। जन-तंत्र मे जनता ही सचेत न होगी तो कैसा जन-तंत्र?
आपकी अपील सार्थक है .....आम आदमी को फूंक -फूंक कर आगे कदम रखना चाहिए
ReplyDeletechandr bhooshan mishr ji,
ReplyDeleteRekha ji,
thanks for your comments.
-----निश्चय ही जन भावनाओं को दबाने व परवाह न करने के भीषण परिणाम होते हैं, यदि जन ही खुश नहीं तो आखिर राज्य/राष्ट्र किसके लिए .... सार्थक आलेख....
ReplyDeleteaapake samarthan aur sakaaratmak tippani ke liye dhanyawaad .
ReplyDeleteआक्रोश तो ज़रूर है लोगों के मन में, हां बौद्धिक जनान्दोलन की बहुत ज़रूरत है इन्हें दिशा देने के लिए।
ReplyDeletethanks for your commen Manoj ji
ReplyDeleteबिल्कुल सही लिखा है! मैं आपकी बातों से पूरी तरह सहमत हूँ! सार्थक लेख !
ReplyDeleteमेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://seawave-babli.blogspot.com/
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
यह भी इस लोकतंत्र के कुछ पहलू है !
ReplyDeleteBabli ji,
ReplyDeleteG.N. SHAW JI
Thanks for your comment and appriciation to me.
सार्थक चिंतन।
ReplyDelete------
कम्प्यूटर से तेज़!
इस दर्द की दवा क्या है....
aapka chintan rajendra awasthi ke 'kaal chintan' ki yaad dilata hai. chintan kisi ka bhi ho kaal ki sehat ke liye pathya hi hai. bahut achchhe lagte hain aapke vichaar.
ReplyDeleteचिन्तन योग्य आलेख....बहुत अच्छा मुद्दा उठाया है आपने.......
ReplyDeleteराजनेता तो इस किसी न किसी तरह की साजिशों में लिप्त रहेंगे जरूरत है हमे उनके वह्कावे में ना आने की. आपका सार्थक प्रयास जनता को जागरूक बनाये रखने के लिए सराहनीय है. अभिनन्दन.
ReplyDeleteDoctor Sharad Singh ji
ReplyDeleteRachana Dixit ji
Thanks for your comments , Aabhar
मित्रता दिवस की आपको भी शुभकामनायें।
ReplyDeleteसम्पूर्ण जनता को राजनीतिक रूप से जाग्रत करने की आवश्यकता है। जनता का राजनीतिक रूप से पिछड़ापन ही सब समस्याओं की जड़ है। जन-तंत्र मे जनता ही सचेत न होगी तो कैसा जन-तंत्र?
सही कहा आपने नफरत के बीज बो कर सत्ता की फसल नहीं उगाई जा सकती .....
ReplyDeleteVijay Mathur ji,
ReplyDeleteHarkeerat Heer ji,
Thanks for your comment and appriciation.
मैं आपकी बातों से पूरी तरह सहमत हूँ! सार्थक लेख !
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