tag:blogger.com,1999:blog-122909507833669043.post1831760455189179246..comments2023-07-17T04:42:45.151-07:00Comments on काल चिंतन: मज़दूर की व्यथाS.N SHUKLAhttp://www.blogger.com/profile/16733368578135625431noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-122909507833669043.post-1703015852428248582012-08-07T22:39:19.084-07:002012-08-07T22:39:19.084-07:00बहस वाला विषय है पर बहस से भी कुछ नहीं होता है जब ...बहस वाला विषय है पर बहस से भी कुछ नहीं होता है जब तक उनके लिए कुछ किया ना जाए.. केवल आरक्षण देने से समाज सुधार नहीं होता है पर नेताओं का वोट बैंक तो बढ़ ही रहा है..Pratik Maheshwarihttps://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-122909507833669043.post-65449573024990734322012-05-26T11:06:11.537-07:002012-05-26T11:06:11.537-07:00बहुत सुन्दर
समाज का वो वर्ग जो समाज का एक अपरिहार्...बहुत सुन्दर<br />समाज का वो वर्ग जो समाज का एक अपरिहार्य अंग है पर उसकी पीड़ा को समझ पाने के लिये फुरसत नहीं है लोगो के पास<br />आपने बहुत ही सुन्दर तरीके से उसकी व्यथा का चित्रण किया हैAnjani Kumarhttps://www.blogger.com/profile/02137522297518614325noreply@blogger.com